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बुधवार, 10 फ़रवरी 2016

घडियाली आँसू

ट्राई के फैसले के बाद फेसबुक के मुखिया मार्क जकरबर्ग ने कहा है कि वे भारत में इंटरनेट समानता के प्रयास जारी रखेंगे. बड़ी संवेदनशीलता जताते हुए जुकरबर्ग ने गरीब लोगों को रोजगार और शिक्षा मुहैया कराने की पहल पर ट्राई की रोक पर निराशा जताई. जुकरबर्ग ने कहा कि हमारा लक्ष्य दुनिया को और खुला बनाना है। जबकि फ्री बेसिक्स योजना इसके खिलाफ है. डिजिटल समानता की बात कहकर डिजिटल गुलामी का जाल फैंकने वाले जुकरबर्ग ने कहा है कि भारत में इंटरनेट संपर्क बढ़ाना महत्वपूर्ण लक्ष्य है और हम प्रयास नहीं छोड़ेंगे क्योंकि भारत में एक लाख से अधिक लोगों के पास इंटरनेट की पहुंच नहीं है और भारत के प्रति हमारी प्रतिबद्धता भी बनी रहेगी। जुकरबर्ग गरीबी को हथियार बनाकर भावनात्मक रूप से लोगों का फायदा उठाना चाहते हैं. उनके सौ करोड़ लोगों लोगों को शिक्षा, रोजगार और स्वास्थ्य से जोड़ने के वादे हमारे नेताओं की तरह एकदम खोखले हैं.
जुकरबर्ग के इस वक्तव्य के बाद ट्राई को और सावधान रहने की जरुरत है. क्योंकि भविष्य में फेसबुक फिर किसी रणनीति से भारत में बड़े बाज़ार पर कब्ज़ा करने की घुसपैठ करेगा.

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