---:-पोषण चौपाल-:-
.............गांव-गांव पोषण अभियान
Objectives:-
:- Bringing all village level front line stakeholders (Pradhan, Secretary, Kotedar, Principal of School, SHG, Rojgar sevak, ANM, ASHA, AWW etc) at one Plateform and moderate a discussion with Villagers towards Village Malnutrition free plan
:- Strengthening VHSND and support to front line workers (Chaupal would be organised on VHSND)
:- Awareness about Health & Nutrition in easy way relating suggestions to regional resources
:- Discussion about Services under Poshan Abhiyan and Role & Responsibilities of each one including beneficiaries
:- Nukkad Natak for awareness and engaging Audience
:- Inviting District/Block Level officials to motivate front line stakeholders
:- Chaupal ended with Poshan Shapath
:- It's an initiative of Swasth Bharat Prerak in partnership with regional NGO Kapilavastu Welfare society and supported by ICDS Department, Siddharth Nagar
कपिलवस्तु वेलफेयर सोसाइटी और जिला स्वस्थ भारत प्रेरक की जागरूकता पहल 'पोषण चौपाल' की शुरुआत बाल विकास परियोजना अधिकारी ने बर्डपुर विकास खण्ड के देवियापुर गांव से की। सिद्धार्थ नगर में कुपोषण मिटाने के लिए सीधे जन-जन से संवाद करने के लिए गांव-गांव 'पोषण चौपाल' के आयोजन में फ्रंटलाइन कार्यकर्ताओं को एक मंच पर लाकर पोषण सेवाएं देने के साथ जन-जन को जागरूक किया जा रहा है। जहां ग्रामवासियों को एक मंच पर लाकर पोषण सम्बन्धी जानकारी के साथ कुपोषण मिटाने के लिए ग्राम स्तरीय योजना बनाई जाएगी।
पोषण चौपाल को संबोधित करते हुए बर्डपुर विकास खण्ड के बाल विकास परियोजना अधिकारी संजय सिंह ने कहा कि पोषण चौपाल से पोषण का संदेश घर-घर तक पहुंचेगा। उन्होंने चौपाल में तिरंगा भोजन को समझाते हुए कहा कि स्थानीय साग-सब्जी जैसे कद्दू, गाजर, मूली, पनीर, मशरूम, दूध, घी, हरि सब्जियों से पोषण मिलता है इनका निरन्तर सेवन करते हुए सफाई का खास ख्याल रखना चाहिए। उन्होंने महिलाओं में खून की कमी के लिए आयरन की गोली या आयरन वाली चीजें खाते समय इसके साथ खट्टी चीज़ों का सेवन जरूर करने का सुझाव दिया। साथ ही उपस्थित महिलाओं से आशा और आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं के सहयोग से सम्पूर्ण जांच एवं टीकाकरण जरूर करवाने का आग्रह किया।
जिला स्वस्थ्य भारत प्रेरक विनय कुमार ने पोषण चौपाल की शुरुआत करते हुए विभिन्न गतिविधियों से सीधे लाभार्थियों को जागरूक किया। इस अभियान के बारे में उन्होंने बताया कि पोषण चौपाल के जरिए पोषण अभियान के अंतर्गत सभी विभागों का कन्वर्जेन्स ग्रामीण स्तर पर सुनिश्चित करने के लिए ग्रामीण स्तर पर कार्यरत सभी विभागों के प्रतिनिधियों को एक मंच पर लाया जा रहा है जिससे गाँव के लोगों के बीच प्रधान, सचिव, कोटेदार, ए एन एम, आशा और आंगनवाड़ी कार्यकर्ता गांव को कुपोषण मुक्त करने के लिए योजना बनाएंगे। इसके साथ ही सीधे लाभार्थियों को सरल भाषा मे जानकारी दी जा रही है जिससे वे डालने आसपास के वातावरण को स्वच्छ रखकर उपलब्ध खाद्यानों से बच्चों और महिलाओं का पोषण सुनिश्चित कर सकेंगे।
पोषण चौपाल में आंगनवाड़ी कार्यकर्त्ता ने ग्राम कन्वर्जेंस प्लान प्रस्तुत किया जिसपर उपस्थित प्रधान, कोटेदार, रोजगार सेवक, ए एन एम और आशा सहित ग्रामवासिओं ने चर्चा की और महत्त्वपूर्ण सुझाव दिए. साथ ही अगले महीने के लक्ष्य निर्धारित कर उसके लिए प्रत्येक प्रतिनिधि की गतिविधियां तय की गयीं।
ग्राम प्रधान सर्वेश कुमार ने कहा कि पोषण चौपाल में गांव में उपलब्ध सुविधाओं की चर्चा करते हुए ग्रामवासिओं से सहयोग देने को कहा. उन्होंने चौपाल में एड्स दिवस पर संक्रामक रोगों की चर्चा करते हुए जागरूक रहकर लोगों को जांच कराने को प्रेरित किया। उन्होंने ग्रामवासियों से सहयोग का आग्रह करते हुए सरकारी योजनाओं में सक्रिय भागीदारी निभाने को कहा। उन्होंने बताया कि कपिलवस्तु वेलफेयर सोसाइटी जिले के ज्यादा से ज्यादा ग्रामों में चौपाल का आयोजन करेगी।
पोषण चौपाल में स्वनीति स्पार्क एसोसिएट पीयूष चतुर्वेदी ने कहा कि सरकार आंगनबाड़ी, आशा ए एन एम के जरिए बच्चो की देख भाल करती है लेकिन पोषण के लिए सबसे पहले अभिभावकों को जागरूक होना पड़ेगा। आंगनबाड़ी, उप स्वास्थ्य केंद्र, स्कूल, कोटे की दुकानों पर जाकर वहाँ अपनी सुविधाओं के बारे में पूछना होगा।
अंत में उपस्थित जन समुदाय को बाल विकास परियोजना अधिकारी ने 'पोषण शपथ' दिलाई गई।
इस अवसर पर ग्राम प्रधान, प्रधानाचार्य बलवंत चौधरी, कोटेदार, आशा, आंगनवाड़ी, सुपर वाइजर, वरिष्ठ लिपिक सुनील पांडेय, कलावती शर्मा, मो.आरिफ, उर्मिला, सुनीता, शैलेश, पुनीत जायसवाल, संतोष सहित 123 ग्रामवासी एवं बच्चे उपस्थित रहे.