‘’जो आप करना चाहते हैं, सबसे पहले अपने दिल से उसकी इजाजत लीजिए. और अगर
दिल की हरी झंडी मिल जाये तो फिर दिमाग को एक नोटिस जारी करिये... और हर रोज उस
नोटिस पर की गई कार्रवाई का विवरण लेते रहिये....दुहराते रहिये –yes I can!!!!
और फिर दिमाग शरीर
को संचालित कर आपको आपकी मंजिल तक पहुंचा देगा. बस इतना सिंपल सा फॉर्मूला है सक्सैस
का...’’
इलाहाबाद के विज्ञान परिषद में शहर भर से आये सेकडों युवाओं को सफलता
का मंत्र दे गए देश के मशहूर मोटिवेटर अत्रिशेखर. ‘चिरांगन’ द्वारा आयोजित सेमिनार
में कई स्वप्नीली आँखे अपने सपनों की सीढियाँ लेकर विदा हुई. yes’ I can! मूल मन्त्र पर सफलता की चर्चा में न सिर्फ युवा शामिल थे बल्कि कई
वरिष्ठ लोग भी सफलता की कुंजी लेने आये थे.
बताये सफलता के
आयाम..
देश के प्रसिद्ध पब्लिक स्पीकर अत्रिशेखर ने छोटी-छोटी कहानियों के
माध्यम से जीवन की कठिनाइयों कीई तह तक जाने की भरपूर कोशिश की. आखिर कहाँ कमी रह
जाती है, कि हम सफलता के करीब पहुंचकर भी सफलता हमारे हाथों से फिसल जाती है. हमारी
मेहनत और लगन एक पल में धाराशाही हो जाती है. और फिर हम उसका शोक मनाने लगते हैं,
quit करना आसान है. जबकि स्थितियों का सामना करते हुए सीखते रहना कठिन है. अत्रिशेखर
जी के अनुसार ‘’जब आप अपने लिए कठिनाइयाँ उत्पन्न करते हैं, तब आप सफलता की ओर कदम
बढ़ा देते हैं, सपने सब देखते हैं, मगर उन्हें पूरा करने के लिए deadline जिसने निर्धारित कर
ली, वह सफल होना शुरू हो जायेगा..’’
युवा भ्रमित हो रहा है जिसे सही दिशा देने की सबसे ज्यादा जरुरत है. क्योंकि
युवा ही देश का भविष्य हैं.
इस आयोजन के सहयोगियों में knowledge
group, The institute , देशी रसोई, ok next तथा प्रिंट पार्टनर i-next, रेडियो पार्टनर red
FM, और online partner के रूप में Allahabad post शामिल रहे.
‘चिरांगन’ एन.जी.ओ के इस आयोजन में मुख्य अथिति के रूप में सेंटर ऑफ
मीडिया स्टडीज के कोर्स कॉर्डिनेटर धनंजय चौपडा ने अत्रिशेखर जी को स्मृति-चिन्ह देकर
सम्मानित किया.
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